कंप्यूटर का अविष्कार किसने किया (computer ka avishkar kisne kiya)

computer ka avishkar kisne kiya इस सवाल का जबाब आसान नही है, कंप्यूटर के अविष्कार में बहुत सारे वैज्ञानिकों ने अपनी अहम भूमिका निभाई है। कंप्यूटर के अविष्कार में कही साल लगे है और कंप्यूटर का अविष्कार एका-एक सम्भव नही हुया है, आपको पता ही होगा की कंप्यूटर क्या है और आज हम कंप्यूटर के अविष्कार के बारे में जानेंगे।

कंप्यूटर के अविष्कार के बारे में हम शुरू से जानेंगे कब कंप्यूटर को बनाने की कोसिस की गई क्यों कंप्यूटर की आवश्यकता लगी।

कंप्यूटर का आविष्कार किसने किया (Evalution of Computer)

Computer का अविष्कार 19 century में charles babbage द्वारा एक प्रसिद्ध mathematics profesor द्वारा किया गया था।

उन्होंने difference engine का अविष्कार किया था जो Calculation करने के अलाबा और भी बहुत सारे कार्य करने में निपुर्ण था।

वही ये समर्थ था बहुत सारे sets के नंबर को एक साथ compute करने में और ये output हार्ड कॉपी में प्रदान करने में।

Difference engine, गणना मशीन का निर्माण 1820 के दशक में Charles Babbage द्वारा निर्माण किया गया था। यह एक automatic machanical Culculator machine थी जो एक साथ बहुत सारे कार्य को सारणीबद्ध करने में सक्षम थी।

Difference engine का अंतर नाम, इंजन अंतर, बिभाजित अंतर की विधि के आधार पर उत्पन्न होता है।

विज्ञान, इंजिनीयर, और नेविगेशन में किये जाने वाले सामान्य गणितीय कार्य और लोगरिथम और त्रिकोणमितीय कार्यो की गणना करने में difference इंजन सक्षम था।

Charles Babbage ने difference engine के बाद उन्होंने Analytical Engine का निर्माण कीया जो difference engine का successor था। और यही modern कंप्यूटर का फ्रेमवर्क माना जाता है।

Ada Lovelace ने charles babbage की मदद की थी difference engine को बनाने में जो polynomial equation को compute करने में सक्षम था साथ ही mathematical table को automatically प्रिंट करने में निपुर्ण था।

Charles babbage ने संन 1837 में, पहला general purpose कंप्यूटर को बनाने की discription सोची थी। जो difference engine का successor था। उसका नाम Analytical Engine को बनाने का सोचा था। किंतु पैसों के कमी से वह इसका निर्माण नही कर पाया थे।

यह प्रोग्राम किये जाने बाला था integrated memory और puch कार्ड की मदद से। इसके बाद सँन 1991 में चार्ल्स babbage के सबसे बेटे Henry babbage ने इस मशीन का एक हिस्सा बनाया जो की प्रायः सभी basic culculation करने में सक्षम था।

पहला इलेक्ट्रॉनिक कंप्यूटर का अविष्कार किसने किया और कब

संन 1945 में J.Presper Eckert और John Mauchly ने ENIAC (Electronic Numerical Integrator and Computer) का आविष्कार किया था। जो पहला इलेक्ट्रॉनिक कंप्यूटर था।

पहले इलेक्ट्रॉनिक कंप्यूटर का अविष्कार J.Presper Eckert और John Mauchly ने university of Pennsylvania में किया था। वही इस कंप्यूटर के design और Construcation को बनाने में लगी धन राशि का पुरा खर्च U.S की military ने किया था।

यह कंप्यूटर करीब 1800 Square feet में फैला हुया था, 200 killowatt की इलेक्ट्रिक power, लगभग 70,000 resistor और 10,000 Capacitor, 18,000 Vaccum tubes और इसका बजन लगभग 50 ton था।

इस कंप्यूटर को बनाने में 3 साल का समय लग था। इस कंप्यूटर को सँन 1943 में बनाना शुरू किया था जो सँन 1945 में complete हुया था।

बहुत से लोगो का मानना है, की ABC कंप्यूटर ही पहला Digital Computer है, किन्तु बहुत से लोग ENIAC को ही पहला डिजिटल कंप्यूटर मानते है।

ENIAC को पहला Digital Computer मनाने के कुछ कारण है जैसे की यह पहला Operational electronic digital computer था। यह weather predication, Automic energy calculation, Thermal ignition और दूसरे scientific uses में इस्तेमाल किया जाता है। इस कारण से ही इसको पहला Digital Computer माना जाता है।

पहला Commercial Computer का अविष्कार कब हुया था

सँन 1951 में, दुनिया का सबसे पहला commercial कंप्यूटर का अविष्कार हुया था। इसका नाम UNIVAC1 ( Universal automatic Computer1) था।

यह पहला Commercial कंप्यूटर था जो numerical तथा alphabetic दोनो प्रकार को manage करने में सक्षम था।

ENIAC के आविष्कारक  J. Presper Eckert और John Mauchly के द्वारा ही पहला Commercial computer को design किया गया था।

इस कंप्यूटर को बनाने में Vaccum tube का इस्तेमाल किया गया था। इसे U. S military द्वारा इस्तेमाल किया जाता था।

इसकी input और storage के लीये magnetic tape तथा magnatic drum का इस्तेमाल किया जाता है।

पहला Personal Computer का अविष्कार कब हुया था

Ed Robert ने सँन 1975 में दुनिया के सामने पहला पर्सनल कंप्यूटर का अविष्कार किया था। Ed Robert ने ही सबसे पहले इसका नाम Personal Computer और PC रखा था।

यह नाम दुनिया के सामने 3 November 1962 में जब Altair 8800 को introduce किया गया था। तब personal computer और PC का नाम दुनिया के सामने आया था।

इससे पहले इस Computer को microcomputer के नाम से जाना जाता था।

पहला Programmble Computer का अविष्कार किसने किया था

सँन 1938 में, German के Civil Engineer Konrad Zuse ने दुनिया का पहला freely programmable binary driven mechanical computer का अविष्कार किया था।

बहुत से लोग Konrad Zuse को ही Modern Computer का जनक मानते है, उन्होंने इस कंप्यूटर का नाम “Z1” रखा था। यह कंप्यूटर को programmble Punched tape या punched tape reader के द्वारा किया जाता था।

“Z1” computer का शुरायती नाम “V1” VersuchsModell1 था जो बाद में दुसरे विश्वयुद्ध के बाद इसका नाम “Z1” कर दिया गया था। इसमे लगभग 1000 kg Weight की पतली metal sheets का इस्तेमाल किया जाता था बो भी 20,000 पार्ट्स के साथ।

Laptop का अविष्कार किसने किया था

Laptop कंप्यूटर के क्षेत्र में सबसे बड़ा अविष्कार था। लैपटॉप का अविष्कार सन 1981 में Adam Osborne ने किया था।

पहला लैपटॉप का नाम Osborne द्वारा अविष्कार किये गए लैपटॉप का नाम उनके नाम के रूप में रखा गया था “Osborne 1” इसकी लैपटॉप की कीमत उस समय $1500 थी।

इस Laptop computer में पहले से ही कुछ programs pre-installed थे और इसमे एक छोटी स्क्रीन दिखाई देती थी।

यह पहला Laptop computer बहुत बड़ा success था कंप्यूटर के क्षेत्र में इस लैपटॉप के आने के बाद कंपनी की ग्रोथ में बहुत बृद्धि हुई थी। कंपनी की सेल्स 10,000 per month हो रही थी, जो की उस समय के हिसाब से बहुत थी।

Adam Osborne के लैपटॉप के आविष्कार के बाद बहुत सी कंपनी ने लैपटॉप बनाना शुरू कर दिया था।

भारत का पहला कंप्यूटर कब बना था

TIFRAC (टाटा इंस्टीटूट ऑफ फंडामेंटल रीसर्च ऑटोमैटिक कैलकुलेटर) विकशित पहला कंप्यूटर था, जो टाटा इंस्टिट्यूट ऑफ फंडामेंटल रिसर्च, मुम्बई में था।

प्रारंभ में 1950 के दशक में TIFR पायलट मशीन को विकशित कीया गया था, जो 1956 में परिचालित की गई थी।

अंतिम मशीन का विकाश 1955 में शुरू किया गया था और औपचारिक रूप से कमीशन किया गया था। तथा सँन 1960 में जवाहरलाल नेहरू द्वारा TIFRAC के रूप में नामित किया गया था।

पूरी मशीन का उपयोग 1965 तक किया गया था। पहले भारतीय डिजिटल कंप्यूटर को बनाने में 2,700 vaccum tubes, 1,700 जर्मेनियम डायोड और 12,500 रेसिस्टर लगे हुए थे। इसमे फेराइट कोर मेमोरी के 2,048 40 बिट शब्द थे।

TIFRAC की मुख्य असेंबली में vaccum tubes लगे हुये थे, जो 18 feet × 2.5 feet × 8 feet के विशाल स्टील रैंक में रखा गया था। इसे 4 feet × 2.5 feet × 8 feet के मॉड्यूल से तैयार किया गया था।

सर्किट तक पहुँचने के लीए प्रत्येक मॉड्यूल में दोनो तरफ स्टील के दरवाजे लगे हुये थे।

एक कैथोड रे ट्यूब डिस्प्ले सिस्टम को ग्राफ और अल्फा-न्यूमेरिक प्रतीकों एनालॉग और डिजिटल डिस्प्ले को कंप्यूटर में आउटपुट को दर्शाने के लिए विकशित किया गया था।

मैन्युअल कंसोल कंप्यूटर के के इनपुट और आउटपुट कंट्रोल यूनिट की तरह कार्य करता है। TIFRAC के सॉफ्टवेयर के कमांड को 0 और 1 की श्रंखला में लिखा गया था।

एक ब्रिटिश निर्मित HEC 2M कंप्यूटर भारत का पहला डिजिटल कंप्यूटर हुया, जिसे 1955 के दौरान भारतीय सख्यानकि संस्थान, कोलकाता में आयात और स्थापित किया गया था।

इससे पहले इस संस्थान ने सँन 1953 में एक छोटा एनालॉग कंप्यूटर का निर्माण किया था जो है, जो है तकनीकी रूप से भारत का पहला कंप्यूटर।

भारत में कंप्यूटर कब बना

उस टाइम पर भारत में जितने भी कंप्यूटर बने थे वह सभी कंप्यूटर विदेशो से आयात किये हुये थे। भारत मे एक भी कंप्यूटर का निर्माण नही किया गया था।

किन्तु सँन 1966 में भारत की दो संस्थायों भारतीय सांख्यकी संस्थान और जवादपुर यूनिवर्सिटी द्वारा मिलकर भारत का पहला कंप्यूटर बनाया जिसका नाम ISIJU रखा गया था।

HEC – 2M तथा URAL कंप्यूटर दोनो ही vaccum tube युक्त कंप्यूटर थे किंतु ISIJU एक ट्रांजिस्टर युक्त कंप्यूटर था। और इसके बाद भारत मे कंप्यूटर बनाना सुरु हो गए थे।

भारत का पहला Super Computer किसने बनाया और कब

भारत का पहला Super Computer का निर्माण सँन 1991 में किया गया था जिसका नाम था “PARAM 8000”. PARAM का पूरा नाम “Parallel Machine” है।

इस कंप्यूटर को developed किया गया था Center for development ऑफ advanced computing (C-DAC). इसमे architect Vijay P. Bhatkar का बहुत योगदान रहा था।

इस PRAM 8000 की रेटिंग थी करीब 1 Gigaflop (billion floating point operations per second). Super Computer को बनाने के लिए जितने भी chips या element लगे थे उन्हें open domestic market से खरीदा गया था।

इस super computer के कुछ major component भी थे जैसे की Long range Weather Forcasting, Remote sensing और Molecular modeling।

सारांश

computer-ka-avishkar-kisne-kiya?? भारत में पहला कंप्यूटर सँन 1966 में बनाया गया इससे पहले जितने भी कंप्यूटर भारत मे थे वह सभी कंप्यूटर विदेशो से आयात किये गए थे।

और अगर हम कंप्यूटर के आविष्कार की बात करे तो कंप्यूटर को बनाने में वर्षो साल लगे है कंप्यूटर के आविष्कार में।

computer-ka-avishkar-kisne-kiya?? कंप्यूटर के आविष्कार में बहुत से वैज्ञानिकों ने अपनी अहम भुमिका निभाई है जैसे Charles Babbage जिन्हें Father of computer कहा जाता है।

Charles Babbage ने ही पहले कंप्यूटर की आधारशिला बनाई थी उसके बाद से कंप्यूटर का विकाश होता गया।