Short Story in Hindi with Moral: प्राचीन काल से ही हमारे भारत देश में कहानियो का प्रचलन शुरू से ही रहा है, हमारे देश में बहुत सारे प्रसिद्ध लेखको ने कहानियां लिखी है, उन कहानियों को पढ़कर आनंद की अनुभूति तो होती ही है, किन्तु साथ ही उन कहानियो के जरिये हमे बहुत कुछ सीखने को भी मिलता है।
आधुनिक युग में कहानियो का दौर उतना नहीं रहा है, किन्तु बचपन में सभी ने अपने बुजुर्गो, नाना – नानी, दादा – दादी किसी न किसी से कहानिया तो सुनी ही होगी। यह कहानी सुनने में जितनी अच्छी होती है उतनी ही प्रेणनादायक भी होती है।
इन कहानियो की मदद से हम बच्चो को सही से मार्गदर्शन कर सकते है और उन्हें सही और गलत की परिभाषा भी सीखा सकते है। इसी उद्देशय में कुछ कहानियां जो हमारे पूर्बजों ने सुनाई है वही कहानिया में आपको एक बार मेरे जरिये आप तक पहुँचाना चाहता हु।
1. लोमड़ी और खरगोश की साझेदारी की कहानी
एक समय की बात है जब एक जंगल में एक लोमड़ी और खरगोश रहते थे। दोनों जानवर अपनी चालाकी और दोस्ती के लिए प्रसिद्ध थे। उन्होंने एक दूसरे की मदद से काम करने और एकता और एक – दूसरे के सहयोग से काम करने का तरीका सिखाया।
लोमड़ी और खरगोश ने दोनों ने मिलकर एक चुनौतिपूर्ण चुनौती ली। उन्हें एक ऐसे स्थान पर जाना था जहा उन्हें बहुत सारी कठिनाइयों का सामना करना पड़े। लोमड़ी और खरगोश, का खाश उदेश्य यह था की उन्हें एक-दूसरे का साथ देकर उन समस्याओं का सामना करना था।
लोमड़ी और खरगोश ने मिलकर एक रणनीति(plan) बनाया की, वे साथ मिलकर आपस में मिलकर एक दूसरे की मदद करेंगे और सभी समस्यो का सामना मिलकर करेंगे। वे एक-दूसरे की कमियों को पूरा करने में मदद करेंगे और एक बेहतर नतीजे के लिए साथ मिलकर काम करेंगे। उन्होंने एक दूसरे पर विश्वास दिखाया, जिसने उन्हें काफी सारि समस्यो को समाधान आसानी से ढूंढ़ने में मदद मिली।
उनका यह एक दूसरे पर विश्वास उन्हें सफलता की ओर ले गया। उन दोनों के इस फेसले ने दोनों की समस्यो को हल करने में काफी मदद की।
कहानी की सीख: इस कहानी से हमें यह सीखने को मिलता है की हम एक दूसरे की मदद से हम कठिन से कठिन कार्य को भी आसानी से कर सकते है और किसी भी चुनोतिया का समाना कर सकते है। “बो कहते है न की एकता ही हमारे देश की विषेशता है।”
2. दोस्ती की महिमा: राज और राहुल की कहानी
एक समय की बात है, एक छोटे से गांव में राज और राहुल नाम के दोस्त रहते थे। वे दोनों अच्छे दोस्त थे और अपना ज्यादा समय एक साथ में बिताना पसंद करते थे। राज थोड़ा शरारती और निडर बच्चा था, जबकि राहुल सीधा और समझदार लड़का था।
एक दिन, वे नदी के पास खेलते हुए एक सुंदर पक्षी को पिंजरा में फंसे देखा। पक्षी दुखी और बेबस लग रही थी। तभी राज के दिमाग में पक्षी को आजाद करने का ख्याल आया और उन दोनों ने मिलकर एक योजना(plan) बनाया की इस पक्षी को आजाद कैसे किया जाये।
राज और राहुल ने पिंजरे के पास जाकर उसे खोलने की कोशिश की, लेकिन वह उस पिंजरे में ताला लगा हुआ था। उन्होंने चाबी ढूढ़ने की कोसिस की, लेकिन उन्हें कहीं भी चाबी नहीं मिली। पक्षी को आजाद करने के लिए राज ने सोचा, “राहुल, चलो हम वह व्यक्ति ढूढंते है जिसने इस पंक्षी को पिंजरे में कैद किया है उसके पास चाबी होगी और हम उससे कहेंगे कि वह पक्षी को छोड़ दे।”
Short Story in Hindi
वे पिंजरे को अपने साथ लेकर चल बढ़े और थोड़ी दूर जाने के बाद उन्हें एक पेड़ के नीचे बैठे एक बूढ़ा आदमी को देखा। तो राज और राहुल ने उस आदमी के पास जाकर अपनी सारी बात बताई और उससे पक्षी को छोड़ने का अनुरोध किया। बूढ़ा आदमी ने बताया कि वह पक्षी का मालिक है और उसने पालतू पशु बनाने के लिए उस पंक्षी को पिंजरे में बंद किया था।
राज और राहुल ने उस आदमी की बात सुनने के बाद काफी उदास हो गए। और उनको पंक्षी को इस तरह पिंजरे में बंद रखना गलत लगा। उन्होंने उस आदमी को स्वतंत्रता का महत्व समझाया और पक्षी को पिंजरे से आजाद करने के लिए अनुरोध किया।
उनके सच्चे शब्दों को सुनकर, बूढ़े आदमी को अपनी गलती का एहसास हो गया। और उस बूढ़े आदमी को समझ आ गया की किसी को भी कैद करके रखना गलत बात है, उन्होंने पंक्षी को पिंजरे से आजाद करने का फैसला लिया और उस पंक्षी को आसमान में खुला छोड़ दिया। राज और राहुल पंक्षी को खुले आसमान में उड़ते हुए देखकर काफी खुश हुये।
उस दिन से राज और राहुल की दोस्ती और मजबूत हो गई थी। उन्होंने दयालुता, सही और गलत में खड़े होने की महत्वपूर्णता सीखी। उन्होंने जरूरतमंद लोगों की सहायता करने की शिक्षा दी।
कहानी की सीख: आखिरकार, राज और राहुल ने हमें सिखाया है कि सहानुभूति और सही के लिए खड़े होने में सच्ची खुशी मिलती है। उनकी दोस्ती और निःस्वार्थता ने हम सबके लिए एक मिसाल खड़ी कर दी है, जो हमें दिखाती है कि कृपा की शक्ति से हम दुनिया को बेहतर बना सकते हैं।
3. खोये हुये सोने की खोज
बहुत समय पहले की बात है, एक गांव में एक गरीब किसान रहता था। वह गरीबी के कारण बहुत ही परेशान और दुखी था। एक दिन, उसे अपने सपने में एक खोया हुआ सोना दिखाई दिया। सोना उजले रंग का और चमकदार था, और उसको देखकर किसान के मन में एक नई उम्मीद की जागी।
अगले दिन सुबह, वह किसान खेत में सोने की खोज में निकल पड़ा। किसान ने सोने की खोज में खेत की खुदाई करना शुरू कर दिया, लेकिन काफी समय तक कूड़े करने के बाद उसे कहीं भी सोना नहीं मिला। लेकिन किसान ने हार नहीं मानी और उसकी सोने की खोज बहुत लंबे समय तक चलती रही, लेकिन किसान की सोना की खोज पूरी नहीं हो पाई।
जब किसान को सोना नहीं मिला तो वह निराश होकर खेत से लौटकर वापस घर जा रहा था, तभी उसने रास्ते में एक वृक्ष के नीचे बैठे गुरुजी को देखा। किसान ने उस बूढ़े आदमी को प्रणाम किया और अपने सपने के बारे में उस बूढ़े आदमी को विस्तार से बताया। किसान ने उनसे सोने की खोज करने के बारे में पूछा।
Short Story
बूढ़ा आदमी मुस्कराते हुए बोले, “मेरे बेटे, सोना तो जमीन के नीचे मिलता है, लेकिन तू इसे खोजने के लिए खेत में ही दौड़ रहा है। जब तू सोने की खोज करता है, तो तू खेत से बाहर निकल और अपने अंदर झांक कर देख। वहीं पर तेरा सबसे अमूल्य धन, और सोना, मौजूद होगा।”
किसान गुरुजी के शब्दों को गहराई से सुनता रहा और समझ गया और खेत में सोने की खोज नहीं की, बल्कि अपने मन को समझाया और मेहनत करने का फैसला किया। वह अपनी बहुत सारी कठिनाइयों के बावजूद मेहनत करने लगा। उसने अपनी कठिनाइयों को शंका में बदल दिया और संघर्ष करते हुए नये तरीको का उपयोग किया।
धीरे-धीरे, किसान की मेहनत रंग लाई और उसकी खेती में अच्छी पेदाबारी हुई। जब खेत में एक दिन फसल निकालने का समय आया, तो वह बहुत खुश हुआ। जब किसान ने फसल निकाली, उसने देखा कि उसकी मेहनत के फलस्वरूप सोने की बारिश हो रही थी। उसकी खेती में इतने सोने के टुकड़े थे कि उसकी धरती चमक उठी।
किसान को खुद की मेहनत का सम्मान मिला और उसने देखा कि सपने में दिखाई दिया हुआ खोया हुआ सोना वास्तविकता में उसके पास था। वह आत्मविश्वास से भर गया और अपने जीवन में सफलता की ओर आगे बढ़ा।
कहानी की सीख: यह कहानी हमें यह सिखाती है कि सफलता और धन केवल बाहरी तत्वों में नहीं मिलती हैं, बल्कि वे हमारे अंदर ही मौजूद होती हैं। लगातार मेहनत, संघर्ष, और निरंतर प्रयास करने से हमे अपने सपने पूरा करने के लिये आगे बढ़ाती। जब हम अपने अंदरीकरण को समझते हैं और उसे बदलने के लिए प्रयास करते हैं, तो हम सफलता के रास्ते में आगे बड़ते जाते हैं।
4. समय की महत्त्वपूर्णता
बहुत समय पहले की बात है, एक गांव में एक गरीब लड़का रहता था उसका नाम अनुपम था। वह अपने परिवार का बड़ा बेटा था और वह अपने परिवार की सेवा और सहायता वही करता था। और वह काफी मेहनती था और वह ज्यादातर समय खेती में ही लगा रहता था। एक दिन, अनुपम को अपने खेत में बीज बोने था। लेकिन वह आलस खा गया और उसने उस बीज नहीं बोया।
अनुपम खेत में काम करने में खुश था, लेकिन उसने समय का ध्यान नहीं दिया। और उसे धीरे-धीरे, काम करते करते देर हो गई। जब उसने देखा, तो उसे यह पता चला कि धूप ढल चुकी थी और अब बीज बोने के लिए समय निकल चूका था।
अनुपम निराश हो गया और खुद को दोषी मानने लगा। उसकी इस लापरवाही के कारण वह बीज नहीं बो सका और इसके लिए वह खुद को दोषि मानने लगा और समय की महत्त्वपूर्णता को नहीं समझा पाया। वह निराश होकर और पछताते हुये अपने घर की ओर चला गया।
अगले दिन, अनुपम को एक सदगुरु मिले। सदगुरु ने अनुपम को दुःखी और पछतावा भरी नजरों को देखा और उससे उसकी समस्या पूछी। अनुपम ने सदगुरु को कल बीती हुई बात के बारे में बताया और अपनी गलती को स्वीकारा।
सदगुरु ने अनुपम को समय की महत्त्वपूर्णता के बारे में समझाया और कहा, “बेटा, समय अमूल्य होता है और हमें उसे समझने और समय पर कार्य करने की कला सीखनी चाहिए। किसी भी कार्य को उसी समय पर करना और समय का आदर करना हमें आना चाहिए यही हमारी सफलता की कुंजी है।
Short Story with Moral
अनुपम ने सदगुरु के शब्दों को गहराई से समझा और उनकी सलाह का पालन किया। और समय की महत्त्वपूर्णता को समझा और अपने कार्यो को समय पर काम करने का निर्णय लिया।
धीरे-धीरे, अनुपम की खेती में सुधार हुआ और उसकी सफलता का परिणाम पहले से अच्छा आना शुरू हो गया। उसने समय को महत्व देना सीखा और अपने कामों को समय पर करने लगा। उसकी मेहनत और समय पर बुने गए बीजों ने उसे अच्छी उपज दी और उसकी आर्थिक स्थिति मजबूत हुई।
कहानी की सीख: इस कहानी से हमें यह सिखाने का संदेश मिलता है कि समय हमारे जीवन का अनमोल धन है और हमें उसे महत्व देना चाहिए और उसकी कदर करनी चाहिये। समय का सदुपयोग करके हम अपने लक्ष्यों की प्राप्ति कर सकते हैं और जीवन में समृद्धि प्राप्त कर सकते हैं।
5. अपराध और न्याय की कहानी
एक गांव में एक अदालत थी। जहां सभी लोग अपनी समस्याओं को सुलझाने के लिए जाते थे। एक दिन एक गरीब आदमी ने अपने ऊपर हुये अपराध के लिए न्याय की मदद के लिए यहां पहुंचा।
गरीब आदमी का एक दोस्त था उसने उस गरीब आदमी को सलाह दी की, “तू अपनी बात को विस्तार से प्रस्तुत कर, और धैर्य रख और सच्चाई का साथ देते हुये सारि बात बताना।”
अदालत में गरीब आदमी अपनी बात कहने के लिए तैयार हो जाता है। उसे अपराध (crime) न्याय के बारे में सबकुछ पता नहीं था, लेकिन उसका निर्णय सच्चाई के आधार पर होना वाला था।
उसकी बात सुनने के बाद कोर्ट (court) ने शक भरी नजरों से गरीब आदमी को देखा। लेकिन कोर्ट के द्वारा सबूतों की जाँच की गई और उसके वकील ने उसे बचाने के लिए खरे ख़रे सबूत पेश किए।
गरीब आदमी की मदद करने के बाद, न्यायिक अदालत(कोर्ट) ने फैसला सुनाया कि वह मासूम है और उसे कोई सजा नहीं दी जायेगी। अदालत ने सच्चाई और न्याय की जीत को साबित किया और गरीब आदमी को न्याय दिया।
कहानी की सीख: यह कहानी हमें यह सिखाती है कि अपराध और न्याय का महत्व हमारे समाज में कितना महत्वपूर्ण है। न्याय का पालन करने से समाज में संतुलन और न्याय की भावना बनी रहती है। न्यायिक अदालत ने सच्चाई की जीत को सुनिश्चित किया और गरीब आदमी को न्याय प्राप्त हुआ, जिससे उसको न्याय के प्रति और विश्वास बढ़ा।
6. एक बहादुर बच्चे की कहानी
एक समय की बात है एक गांव में एक बहादुर और होशियार बच्चा रहता था। उसका नाम रामू था। वह हमेशा दूसरे बच्चों के लिए प्रेणना बनता था। रामू का सपना था कि वह अपने गांव को दूसरे लोगो से सुरक्षित रखेगा और खुशहाल बनायेगा।
एक दिन, रामू ने अपने गांव के आसपास घूम रहा था तो उसके गांव के पास एक वन था उसने उस वन में एक भयंकर दुष्ट राक्षस को देखा। राक्षस बहुत शक्तिशाली था और लोगों को डराया करता था। रामू ने देखा कि राक्षस गांव के लोगों को डरा रहा है और उनसे पैसे और अनाज जैसी वस्तुओं की वसूली कर रहा है।
रामू ने देखा कि लोग उस दुष्ट राक्षस से बहुत डरे हुए थे और कोई भी उसका समना करने की कोसिस भी नहीं करना चाह रहा था। इसे देखकर रामू को एक नया जोश और साहस की लहर उठी। उसने तय किया कि उसे राक्षस के खिलाफ लड़ना होगा और अपने गांव के लोगो को दुष्ट राक्षस से मुक्त कराना होगा।
Story in Hindi with Moral
रामू ने अपने गांव के लोगों को एक जगह पर इकठा किया और उनसे मदद के लिये सहायता मांगी। सबने अपनी समहति दी और रामू के पीछे चलने का निर्णय लिया दुष्ट राक्षस का सामना करने के लिए मान गये। रामू और बाकि के लोग राक्षस के खिलाफ लड़ने के लिए तैयार हो गए।
जब राक्षस ने देखा कि गांव के लोग उसके खिलाफ उठ खड़े हो गए हैं, तो उसने उन पर हमला कर दिया। लड़ाई में बहुत संघर्ष हुआ, लेकिन रामू और उसके साथियों ने हार नहीं मानी। और वे बहादुरी से लड़ते रहे और एक समय के बाद राक्षस को हरा दिया।
गांव के लोगों ने रामू की बहादुरि और बलिदान की काफी तारीफ की और उसे अपना नेता घोषित बनाने का फैसला लिया। रामू ने अपने सपने को पूरा किया और गांव को सुरक्षित बनाने में सफलता हासिल की।
कहानी की सीख: यह कहानी हमें यह दिखाती है कि एक बहादुर बच्चा के साहस और संगठन के बल पर चीजों को बदला जा सकता है। वहादूरी और मानसिक साहस के होने से, हम सभी मुश्किलों का सामना कर सकते हैं और अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने में सफल हो सकते हैं।
7. एक प्यारी बिल्ली की कहानी
एक छोटे से गांव में एक प्यारी सी बिल्ली रहती थी। उसका नाम मियाऊ था। वह बहुत ही ज्ञानी और साहसी बिल्ली थी। उसे अपने गांव के आसपास चारों ओर घूमना और खेलना पसंद था।
एक दिन, मियाऊ ने गांव के पास एक नदी के किनारे एक बड़े से पेड़ के नीचे खेलते हुए भालू को देखा। भालू बहुत ही खुश नजर आ रहा था और पेड़ के ऊपर घुम रहा था। मियाऊ को भी पेड़ के ऊपर जाने का मन हुआ। वह सोची, “मैं भी ऊपर जाऊंगी और पेड़ पर खेलूंगी।”
मियाऊ ने पेड़ पर बैठे भालू के पास जाकर बोला, “हाय, मैं भी पेड़ के ऊपर चढ़ना चाहती हूं। कृपया मुझे भी आप पेड़ के ऊपर साथ ले चल सकते है।”
भालू ने मियाऊ को देखा और कहा, “नमस्ते, मियाऊ। लेकिन यह तो पेड़ पर चढ़ने का मेरा गुप्त राज है। इसके लिए तुम्हें बहुत सारा साहस और ताक़त चाहिये होगी। क्या तुम इसके लिए तैयार हो?”
मियाऊ ने विश्वास जताते हुए कहा, “हां, मैं तैयार हूं। मुझमें बहुत साहस है और मैं भी पेड़ पर चढ़ सकती हूं।”
भालू ने मियाऊ को चुनौती दी और कहा, “ठीक है, मियाऊ। तुम्हें इस पेड़ के ऊपर पहुंचने के लिए एक ट्रिक करनी होगी। तुम्हें तेज़ी से एक बार तेजी से छलांग लगानी होगी और में फिर तुम्हारा हाथ पकड़कर तुम्हे ऊपर की तरफ खींच लुंगा और तुम ऐसे करके पेड़ पर चढ़ जायोगी।
Short Story
मियाऊ के भालू के बताए हुए तरीके के अनुसार काम किया और धीरे-धीरे पेड़ के ऊपर चढ़ गई। पेड़ पर चढ़ने के बाद वह बहुत खुशी महसूस कर रही थी। उसने अपनी बड़ी-बड़ी आंखों से नदी, गांव और खेलते हुए बच्चों को देखा। उसे यह एहसास हुआ कि उसकी मेहनत और साहस उसे ऊपर ले आया हैं।
कहानी की सीख: इस कहानी से हमें यह सिख सिखाई जाती है कि हमेशा हमें साहसिक होना चाहिए और अपनी सीमाओं को पार करना हमें नई ऊचाइयों तक पहुंचा सकता है। अपने सपनों की प्राप्ति के लिए साहसिकता और समर्पण हमें सफलता की ओर आगे बढ़ने में मदद करते हैं।
8. एक गरीब लड़के की कहानी
एक गांव में एक गरीब परिवार रहता था। उस परिवार में एक छोटा लड़का नाम का रामू रहता था। रामू अपने माता-पिता के साथ बहुत खुश रहता था, वह बहुत होसियार था और वह पढाई करना चाहता था। लेकिन उसे पढ़ाई करने लिए मौका नहीं मिल पा रहा था। वह बचपन से ही पढ़ने की इच्छा रखता था, लेकिन पारिवारिक और पैसो की तंगी के कारण वह पढ़ाई के लिए स्कूल नहीं जा पा रहा था।
एक दिन, रामू ने देखा कि उसके गांव में एक खुदाई का काम चल रहा है। वह जानता था कि वहां खुदाई करने वाले लोग पैसे कमा रहे हैं। उसने तुरंत एक फैसला लिया कि वह भी खुदाई करेगा और पैसे जमा करके वह भी स्कुल जायेगा।
Short Story in Hindi with Moral
रामू ने खुदाई के काम के लिए अपने माता-पिता से अनुमति ली और काम पर जाने लगा। वह काफी मेहनत के साथ खुदाई करने लगा। उसने परिश्रम और समर्पण के साथ काम किया और दिन-रात मेहनत करता रहा।
कुछ समय के बाद, रामू का मासिक आय(सैलरी) बढ़ने लगी। उसने अपने पैसों को इकट्ठा करके अपनी पढ़ाई के लिए पुस्तकों की खरीदारी की। वह रोज सुबह मजदूरी के लिए जाता और स्याम को पढ़ाई करने लगा और मन लगाकर पढ़ाई करने लगा।
रामु के जीवन में इतनी मुश्किले होने के बाबजूद, रामू ने निरंतर प्रयास किया और खुद को बेहतर और बड़ा आदमी बनने के लिए काम करता रहा। उसने अपने सपनों के लिए कड़ी मेहनत की और उन्हें पूरा करने के लिए लगातार प्रयास करता रहा।
अगले साल, रामू ने अपनी पढ़ाई में सबसे ज्यादा अंक प्राप्त किए और उसका सरकारी स्कूल में दाखिला हो गया। वह बहुत खुश था और अपने माता-पिता को गर्व महसूस करबाया। उसकी मेहनत और संघर्ष ने उसे सफलता दिलाई।
कहानी की सीख: यह कहानी हमें यह सिखाती है कि कोई भी लक्ष्य प्राप्त करने के लिए जब हम अपनी मेहनत और पुरे समर्पण के साथ प्रयास करते हैं, तो हमें सफलता ज़रूर मिलती है।
9. एक माता-पिता की कहानी
एक समय की बात है, एक गांव में एक गरीब परिवार रहता था। उस परिवार में उनकी एक छोटी बेटी रिया भी रहती थी। रिया के माता-पिता बहुत मेहनती थे और अपनी मजबूरियों से जूझ रहे थे। वे अपनी बेटी को अच्छी शिक्षा दिलबाना चाहते थे, लेकिन उनकी आर्थिक स्तिथि अच्छी नहीं होंने के कारण वह रिया की पढाई नहीं करबा पा रहे थे।
रिया के माता-पिता ने रिया की अच्छी शिक्षा के लिए और ज्यादा मेहनत करने लगे और अपने सपनों को साकार करने के लिए कठिनाइयों का सामना करते रहे। वे दिन-रात मेहनत करते और उन्होंने नए तरीकों को अपनाया ताकि वे अपनी आर्थिक स्थिति में सुधार कर सकें और रिया को एक अच्छी स्कूल में पढ़ा सके।
कुछ समय के बाद, रिया के माता-पिता की मेहनत और संघर्ष काम आया। और उनकी आर्थिक स्थिति सुधरने लगी और वे अधिक ध्यान देने लगे कि रिया को और भी अच्छी शिक्षा प्राप्त हो।
Story in Hindi with Moral
एक दिन, रिया के माता-पिता ने उसे एक अच्छे सरकारी स्कूल में एडमिशन कराबा दिया। रिया खुश थी और उसकी आँखों में खुशी की चमक दिख रही थीं। रिया को पढ़ने का मौका मिला और उसने जम कर मेहनत करने का संकल्प लिया।
रिया की मेहनत और अध्ययन ने उसे अच्छे अंक प्राप्त करने में मदद की। रिया ने ख़ुशी ख़ुशी अपनी पढाई की और अपने माता-पिता की मेहनत का सम्मान किया।
रिया बड़ी होते हुए अपने सपनों को साकार करने के लिए मेहनत करती रही। उसने उच्चतम शिक्षा प्राप्त की और अपने माता-पिता के सपने को पूरा किया। वह एक सफल वकील बनी और समाज की सेवा करने का निर्णय लिया।
कहानी की सीख: यह कहानी हमें यह बताती है कि हमें अपने माता-पिता की मेहनत और त्याग की का सम्मान करना चाहिए। हमें उनकी संघर्षों का सम्मान करना चाहिए और उनकी मेहनत से प्रेरित होना चाहिए। हमें अपने लक्ष्यों के प्रति एकाग्र रहना चाहिए और उनके सपनों को साकार करने के लिए मेहनत करनी चाहिए।
10. एक प्रेरक कहानी जब सूरज बादलों को मिला (Short Story in Hindi Mei)
बहुत समय पहले की बात है, एक दिन एक सूरज बादलों के पास आया। सूरज उस दिन काफी खुश था और चमक रहा था। वह अपनी रौशनी से सभी को प्रकाशित कर रहा था।
सूरज ने देखा कि उसके साथी बादल उदास लग रहे थे। वे कह रहे थे, “हम इतने आकाश में घूमते हैं, लेकिन किसी को कोई फ़र्क ही नहीं पड़ता है। हमारा कोई महत्व ही नहीं है।”
सूरज बादलों को खुश देखने के लिए उनके पास गया और उनसे पूछा, “तुम लोग इतने उदास क्यों हो? तुम्हारे ही कारण पृथ्वी पर जीवन संभव होता है तुम्हारे ही कारन पृथवी पर रहने बाले समस्त जिव जंतु का जीवन सम्भव है।”
एक उदास बादल ने कहा, “हाँ, हम जानते हैं कि हमारा काम महत्वपूर्ण है, लेकिन हमें लगता है कि हमारा इस काम से किसी को कुछ फ़र्क नहीं पड़ता है।”
सूरज ने बादल से कहा, “तुम गलत सोच रहे हो। तुम्हारी बारिश बीजों को उगाने में मदद करती है, तुम्हारे द्वारा की गई बारिश ही प्रथवी पर रहने बाले मनुष्य, जिव, जंतु को पिने का पानी पहुंचाती है, और नदियों और झीलों को भरती है। तुम बड़े महत्वपूर्ण हो, बस तुम्हें यह दिखाना होगा।”
उसके बाद से बादल अपने काम को और अधिक महत्व देने लगे। वे अब खुशी से बारिश करते और धरती को अनुभव कराते थे की वह प्रथवी के लिए कितने उपयोगी है। लोग उनकी बारिश का स्वागत करते और धन्यवाद देते।
कहानी की सीख: इस कहानी से हमें यह सिख मिलती है कि हर व्यक्ति महत्वपूर्ण होता है और उनका काम महत्वपूर्ण होता है। हमें अपनी वास्तविकता को स्वीकार करना चाहिए और अपने काम में मेहनत करने की प्रेरणा लेनी चाहिए, क्योंकि हमारे प्रयास से हम दुनिया को बदल सकते हैं।