What is Computer in Hindi | कंप्यूटर क्या है 

दोस्तो अगर हम बात करे कंप्यूटर की तो What is Computer in Hindi? ओर इसका क्या उपयोग है, ये हमे पता होंंना चाहिए।

ओर ये जरूरी भी है क्योंकि अगर हमें दुनिया के साथ कदम से कदम मिलाकर चलना है,

तो हमे पता होना चाहिए कि कंप्यूटर क्या होता है।

और इसका क्या उपयोग है और हम कंप्यूटर के उपयोग से क्या-क्या कर सकते है??

तो दोस्तो में आज कंप्यूटर के बारे में सम्पूर्ण जानकारी बताने बाला हु, तो आइये जानते हैं कि कंप्यूटर क्या है (What is Computer in Hindi).

1. परिभाषा (कंप्यूटर क्या है)

2. कंप्यूटर का इतिहास

3. कंप्यूटर के उपयोग

4. कंप्यूटर के प्रकार

5. कंप्यूटर की सीमाये

6. कंप्यूटर की विशेषताएं

7. कंप्यूटर की लाभ और हानि

8. सारांश

1. परिभाषा (कंप्यूटर क्या है)

कंप्यूटर एक Electronic डिवाइस है जो की बहुत कम समय मे ज्यादा काम करके देता है।

कंप्यूटर शब्द की खोज लैटिन के compuare शब्द से लिया गया है, जिसका मतलब गड़ना करना होता है ।

सन् 1822 में Charles Babbage ने कंप्यूटर का निर्माण किया था।

हालांकि संन 1822 में जो कंप्यूटर की संरचना बनाई गंई थी। बह अबही के मुुुक़ाबले बहुत अलग थी।

अगर हम कंप्यूटर की process को समजने की कोशिस करे तो यह तीन process में काम करता है।

पहला user से इनपुट लेता है , दूसरा उसे process करता है,और तीसरा फीर output generate करता है ।

कंप्यूटर एक ऐसी मशीन है जो बिना किसी इंस्ट्रक्शन के काम नही करता है ।

अगर हम कंप्यूटर को instruction देंगे तभी बो काम करेंगा।

अगर हम computer की परिभाषा को समझने की कोशिश करे तो कंप्यूटर एक ऐसी मशीन या यंत्र है जो एक ही टाइम पर multiple काम कर सकता है ।

आप सोच रहे होंगे दोस्तो जब 1822 में जब कंप्यूटर बना होगा तो केसा दिखता होगा तो , दोस्तो उसकी photo यह रही –

सन 1822 में charles babbage द्वारा बनाये कंप्यूटर को first जनरेशन ऑफ कंप्यूटर कहलाता है , क्योंकि संन 1822 के बाद ही कंप्यूटर से लोग अबगत हुए थे ।

कंप्यूटर का इतिहाश

अगर हम बात करे कंप्यूटर के इतिहाश की तो यह बड़ा ही रोचक रहा है ।

किस को पता था की एक मशीन के द्वारा हम लोगो से वीडियो कॉल कर पाएंगे ।

एक मशीन के द्वारा हम game खेल पाएंगे और दुनिया की सारी चीजें घर बैठे देख पाएंगे।

ये सब मुमकिन हो पाया है तो कंप्यूटर की बजह से , तो आइये कंप्यूटर के कुछ रोचक किस्सो को पढ़ते है।

Abacus

Computer के इतिहाश की बात करे तो ये 300 बर्ष पुराना है । यह सर्व प्रथम चीन में एक calculation mechanical abacus का निर्माण हुया था।

यह एक machanical device है जो आज भी चीन , जापान, और भी एशिया के अनेक देशो में अंको की गड़ना के लिए उपयोग में किया जाता था।

Abacus तारो का एक frame होता है जिसमे ( मिट्टी के पक्के हुए गोले ) को एक फ्रेम में पिरोया जाता है ।

पहले के जमाने मे Abacus का उपयोग ब्यापारी लोग calculation करने के काम मे use किया करते थे।

यह मशीन अंको को जोड़ने , घटाने , गुणा, और भाग करने में इस्तेमाल किया करते थे ।

Blase pascale

सन 1645 के 17 बी शताब्दी में फ़्रांस के गणित्यग Baize pascale ने एक यांत्रिकी आंकिये गड़ना यंत्र (mechanical digital calculator ) विकशित किया गया ।

इस मशीन को adding मशीन कहते थे , because ये सीर्फ जोड़, घटाना ही कर सकती थी, इस मशीन का निर्माण घड़ी और ओड़िमीटर के शिद्धान्त पर कार्य करती थी।

इसमे कई दांतेयुक्त चक्रीया (toothhed wheels) होती थी जो घूमती रहती थी।

प्रत्येक दांतो के चक्रियो पर 0 से 9 तक के अंक छपे होते थे, प्रत्येक चक्री का एक स्थानीये मान होता था जैसे की – इकाई, दहाई, सेकड़ा इत्यादि।

इसमे एक चक्री घूमने के बाद दूसरी चक्री घुमंती थी pascle की इस एडिंग मशीन को pascaline भी कहते थे।

Jacquard’s loom

कंप्यूटर के इतिहाश में Josheph jacquards ने भी अपना योगदान दिया है।

संन 1801 में फ्रांसीसी बुनकर (weaver) Josheph Jacquards ने कपड़े बुनने के एक ऐसे लूम (Loom) का अविष्कार किया जो कपड़ो में design या pattern को स्वतः ही निर्माण करता था।

इस loom मशीन की यह विशेषता थी यह कार्डबोर्ड के छिद्रित punch cardo (पंच कार्डो) के साथ कपड़ों के पैटर्न को नियंत्रित करता था।

पंचकार्डो (punchcardo) पर छेदों की उपस्थिति या अनुपस्थिति से दागो (threads) को निर्देशित किया जाता था।

Charles babbage

Computer के इतिहाश में 19 बी शताब्दि के प्रारंम्भ को स्वर्णिम समय माना जाता है,

क्योंकि 19 बी सताब्दी में charles babbage द्वारा ही मैकेनिकल कैलकुलेशन मशीन (Mechanical calculation machine ) का निर्माण किया गया था।

अंग्रेज के गणित्यग charles babbage को एक यांत्रिक गड़ना मशीन को विकसित करने की आबस्यकता तब लगी जब calculation करने में बनी हुई सारणी में बहुत त्रुटि आ रही थी।

Because उस समय बनी सारणी हस्त निर्मित थी इसलिये त्रुटि आ जाती थी।

इसके बाद charles babbage ने संन 1822 मे ( difference engine) मशीन का निर्माण किया और इसका प्रस्ताव ब्रिटिश सरकार के सामने रखा जो बहुत पसंद आया।

इस मशीन में गीयर ओर सॉफ्ट लगे थे और यह भाप के द्वारा चलती थी।

charels babbage ने संन 1833 में diffeence engine का विकशित रूप Analytical engine का निर्माण किया जो बहुत ही शाक्तिशाली था।

charles babbage द्वारा निर्मित किया गया Analytical engine आधुनिक युग का आधार बना इसलिए ही चार्ल्स babbage को father of computer कहा जाता है।

Dr. Howard Aiken’s Mark- 1

संन 1940 में विद्युत यांत्रिकी ( Electometrical computing ) अपने शीर्ष पर पहुच चुकी थी।

IBM के शीर्ष चार इंजीनियर और dr. howard aiken ने संन 1944 में एक मशीन विकसित किया जो विश्व का पहला “विद्युत यांत्रिकी कंप्यूटर” था।

इसका ऑफिशली नाम automatic sequence controlled culculator रखा गया।

इसे haward विश्विद्यालय में फरबरी माह संन 1944 में भेजा गया जो विश्विद्यालय में 7 अगस्त 1944 में प्राप्त हुया।

इसी विश्विद्यालय में इसका नाम mark-1 नाम रखा गया। यह 6 सेकंड में 1 गुणा ओर 12 second में 1 भाग कर सकता था।

A.B.C (Atanasoff – Berry computer )

संन 1945 में Atnasoff ओर Clifford berry ने electronic digital computer (इलेक्ट्रॉनिक डिजीटल कंप्यूटर ) का निर्माण किया।

ABC सब्द Atanasoff berry computer का संछिप्त रूप है। A. B.C ( Atanasoff berry computer ) सबसे पहला इलेक्ट्रॉनिक डिजिटल कंप्यूटर (electronic digital computer ) था।

कंप्यूटर के उपयोग

आज के टाइम में कंप्यूटर हर इंसान की आबश्यकता बन गया है और सही भी है अगर हमे दुनिया के साथ कदम से कदम मिलाकर चलना है।

तो हमे कंप्यूटर और आधुनिक चीजो के बारे में पता होना चाहिऐ।

1.Education (शिक्षा)

Education (एजुकेशन) के क्षेत्र में कंप्यूटर का बहुत बड़ा योगदान रहा है , कंप्यूटर के आ जाने से student गर बैठे जानकारी हासील कर सकते है।

हमने हालही 2020 में Corono जैसी महामारी का सामना कीया है, और इस प्रकार की बीमारियों में कंप्यूटर ने अपना बहुत बड़ा योगदान दिया है।

Student की पढ़ाई ओर उनके exam कंप्यूटर की बजह से ही सफल हो पाये।

Student ने ऑनलाइन क्लासेस सम्पनय की और अपना एग्जाम दे पाए सिर्फ कंप्यूटर की बजह से।

2. Hospital (अस्पताल)

Hospital के क्षेत्र में भी कंप्यूटर ने अपना योगदान भरपूर दिया है ।

चाहे फीर customer की इनफार्मेशन का संग्रह की बात हो या अन्य नई प्रकार की बीमारियों का इलाज़ ढूढ़ने में हर प्रकार की समस्यों का समाधान कंप्यूटर के पास है।

आधुनिक युग मे हर दिन नई-नई बीमारियों का आगमन हो रहा है ऐसे में कंप्यूटर की म्हत्युतता ओर बढ़ गई है।

क्योंकि कंप्यूटर ही उन बीमारियों का इलाज जल्दी से जल्दी ढूढ़ने में मदद करता है।

3. Sports (खेल)

Sports की बात करे तो computer technalogy के द्वारा sports का इस्तर और ऊपर उठ गया है।

क्योंकि computer technalogy के द्वारा खीलाड़ी अपनी कमियों सुधार कर सकते है और नई technique सिख सकते है।

ओर कंप्यूटर की मदद से खीलाड़ीयो का data और records का संग्रह कर सकते है।

4. Business (व्यवसाय)

Businees की बात करे तो आजकल इंटरनेट और computer की मदद से Business ने अपनी अलग ही छाप छोड़ी है।

आज के टाइम में हर चीज ऑनलाइन उपलब्ध हो जाती हर कोई ब्यक्ति गर बैठे चीजे मंगबाना चाहता है तो ऐसे में कंप्यूटर और इंटरनेट की आबश्यकता जायज है।

अगर हम बात करे तो computer की जरूरत हर छोटे से लेकर बढ़े businees हर जगह जरूरत होती है।

फीर चाहे bill बनाने के काम मे हो या फीर store के समान की list का data manage करना हो।

5. Science and Research (विज्ञानं एवं अनुसंधान)

Science and research के मामले में कंप्यूटर की बहुत ही बड़ी भूमिका रही है, या तो कह सकते है की कंप्यूटर के बिना research करना बड़ा ही कठीन काम है।

scientist के द्वारा मौसम का अनुमान लगा पाना ये भी कंप्यूटर की मदद से आसान है।

Scientist कंप्यूटर का उपयोग communication और नई technalogy के अविष्कार के लिए use करते है।

6. Entertainment (मनोरंजन)

अगर बात करे Entertainment (मनोरंजन) की तो मनोरंजन का सबसे बड़िया साधन कंप्यूटर बन गया है।

क्योंकि आप कंप्यूएटर की मदद से आप वीडियो देख सकते है,

गाने सुन सकते है, गेम खेल सकते है यानी की आप एक डिवाइस में आप सारे काम संपन्न कर सकते हो।

कंप्यूटर की मदद से मनोरंजन के क्षेत्र में अलग मुकाम हासिल किया है अगर हम बात करे 3-D , 2-D animation, cartoon, और भी अन्य प्रकार का अविष्कार कीया है।

7. Government (सरकार)

आजकल Goverment सेक्टर हो या फीर private sector सभी जगह कंप्यूटर के बीना काम संभव नही है।

पहले के टाइम में file का डेर लगा रहता था एक फ़ाइल को ढूडने में घण्टो लग जाता थे।

पर कंप्यूटर की मदद से घण्टो का काम चंद मिनटों में हो जाता है।

Computer का काम अलग-अलग जगहों पर अलग होता है जैसे की रेल्वे डिपार्टमेंट में टिकट बुक करने के लिए,

पुलिस स्टेशन में केस फ़ाइल दर्ज करने के लीये, ट्रैफिक सिग्नल को कंट्रोल करने के लिए , banking कार्यो में इत्यादि।

8. Defence (रक्षा)

देश की सुरक्षा की बात करे तो computer का उपयोग देश की सुरक्षा के लिए बहुत समय पहले से ही इस्तेमाल किया जा रहा है।

पहला नेटवर्क डिफेंस द्वारा ही बनाया गया था जिसकी मदद से संचार किया जा सके ।

computer की मदद से मिसाइल का निर्माण करने में मिसाइल का परीक्षण करने में और दुश्मनों को ट्रैक करने में इत्यादि चीजो में भी कंप्यूटर का उपयोग किया जाता है।

कंप्यूटर के प्रकार

कंप्यूटर के प्रकार की बात करे तो कंप्यूटर को बैसे तीन प्रकार में बिभाजित किया गया है, लेकिन एक और प्रकार जोड़ा गया है, जिन्हें अलग-अलग चीजो के लिए इस्तेमाल किया जाता है।

       Table of content

1.अनुप्रयोग (application) के आधार पर
2.उद्देश्य (purpose) केे आधार पर
3.आकर (size) के आधार पर
4.आधुनिकता (modernity) के आधार पर

कम्प्यूटर के प्रकार – Types of Computer in Hindi

  • अनुप्रयोग (application) के आधार पर कम्प्यूटर प्रकार
    • Analog Computer
    • Digital Computer
    • Hybrid Computer
  • उद्देश्य (purpose) के आधार पर कम्प्यूटर प्रकार
    • General Purpose Computer
    • Special Purpose Computer
  • आकार (size) के आधार पर कम्प्यूटर प्रकार
    • Micro Computer
    • Workstation
    • Mini Computer
    • Mainframe Computer
    • Supercomputer

• अनुप्रयोग (application) के आधार पर

1. Analog computer

Analog computer एक ऐसा कंप्यूटर है जो आकड़ो की एक भौतिक मात्रा जैसे कि – ( तापमान, ऊंचाई, लंबाई, दाब) आदि चीजो को दर्शाता है, यह आकड़े सतत परिवर्तित होते रहते है।

इस computer की कार्यक्षमता तेज होती है, इस कंप्यूटर का परिणाम हमे ग्राफ आदि के रूप में प्राप्त होता है। यह कंप्यूटर आकड़े स्टोर नही करता है।

Analog computer का उपयोग तकनीकी, विज्ञान, शिक्षा आदि के उपयोग के लिए इस्तेमाल किया जाता है।

इसका इस्तेमाल घर, आफिस के कामो के लिए उपयोग नही किया जाता है।

उदारण – के लिए थर्मामीटर एक analog computer है ।

Digital computer

वह कंप्यूटर जो सूचनयो को अंकीय रूप में प्रोसेस करता हो उसे digital computer कहते है, यह analog computer से भिन्न होता है।

Digital computer सूचनयो को अंकीय रूप में दर्शाने के लिए बाइनरी नंबर (0,1) का इस्तेमाल करता है।

यह कंप्यूटर analog computer की गति की तुलना में धीमा किन्तु सुद्ध परिणाम देता है।

Digital computer गणितिय तथा तार्किये कार्य करने में सक्षम होता है जैसे कि calculator.

Hybrid computer

यह कंप्यूटर एक Analog computer और एक Digital computer दोनों कंप्यूटर की बिशेषताये लिये होता है।

hybrid computer दोनों कंप्यूटर से तेज और परिणाम में शुद्ध होता है।

Digital computer एक नियंत्रक तथा अंकीय कार्य करता है वही एनालॉग कंप्यूटर समस्यों को हल करता है।

इस कंप्यूटर का प्रयोग जटिल गणितिय समीकरण वैज्ञानिक गड़ना और रक्षा आदि के क्षेत्रों में किया जाता है।

उदहारण के तौर पर जैसे की – Petrol Pump Machine, Speedometer आदि Hybrid Computer के आसान उदाहरण हैं.

उद्देश्य (purpose) के आधार पर कम्प्यूटर के प्रकार

General purpose computer

जैसा कि आपको नाम से ही समज आ रहा होगा की जनरल purpose कंप्यूटर का उपयोग हम अपने जीवन के कार्यकलाप के लिए इस्तेमाल करते है।

general purpose computer अन्य कई कार्यकलाप करने में निपुढ होता है।

जैसे की हम उस पर हम अपने ऑफीस के काम के लिए उपयोग करे या फीर शोध पत्र लिख सकते है।

कार्यालय का बजट बना सकते है, व्यवसाय की बिक्री का चार्ट आदि कार्य एक ही मशीन द्वारा कर सकते है.

Desktop, notebook, laptop आदि सब जनरल purpose computer है.

Special Purpose Computer

स्पेशल कंप्यूटर जनरल purpose कंप्यूटर से भिन्न होते है, किन्तु यह जनरल purpose कंप्यूटर से तेज होते है.

यह कंप्यूटर को एक ही कार्य करने के लिए बनाया जाता है।

ये कंप्यूटर सामान्य तौर पर मौसम की भविष्यवाणी करने में परिवहन नियंत्रण आदि में उपयोग किया जाता है।

आकार (size) के आधार पर कम्प्यूटर प्रकार

Micro Computer

Micro computer आज के टाइम सबसे ज्यादा तेजी से उपयोग में किया जाने बाला उपकरण है, माइक्रो कंप्यूटर का उपयोग सामान्य तौर पर ऑफीस के काम, शिक्षा, मनोरंजन, आदि के लिए विकसीत किया गया है.

यह कंप्यूटर सभी कंप्यूटर से आकर में छोटे और सस्ते और हल्के होते है, PCs, laptop, notebook, PDAs (personal digital assistants) आदि माइक्रो कंप्यूटर होते है।

Workstation

एक ऐसा कंप्यूटर जो किसी network से जुड़ा होता है , उसे workstation कहते है।

यह एक स्थानीय क्षेत्र नेटवर्क से जुड़े होते है और multiuser ऑपरेटिंग सिस्टम चलाते है.

यह कंप्यूटर micro computer से बहुत तेज और क्षमता- बान होते है।

Mini Computer

मिनी कंप्यूटर का आकार माइक्रो कंप्यूटर और मेनफ़्रेम कंप्यूटर के बीच का होता है, mini computer को किसी एक ब्यक्ति प्रधान के लिए नही बनाया जाता है.

यह कंप्यूटर का प्रयोग छोटे बिज़नेस, कंप्यूटर सेंटर आदि में उपयोग किया जाता है।

मिनी कंप्यूटर का ज्यादातर उपयोग Database management, file handling, Business transaction processing आदि कामो में किया जाता है।

मिनी कंप्यूटर को mid range server भी कहा जाता है क्योंकि यह network का एक भाग माना जाता है।

Mainframe Computer

Main frame कंप्यूटर का प्रयोग बड़ी जगहो पर किया जाता है जैसे की बढ़ी कंपनियों में बैंक और सरकारी कामो में उपयोग किया जाता है।

क्योंकि इसमे डेटा स्टोर कैपेसिटी अधिक होती है, इनमे अधिक मात्रा के डेटा पर त्रिबता से प्रोसेस करने की क्षमता होती है।

यह 24 घण्टे काम कर सकते है और एक साथ सेकड़ो यूजर एक साथ उपयोग कर सकते है।

Supercomputer

मानव द्वारा निर्मित कंप्यूटर में से सुपर कंप्यूटर अभी तक का सबसे तेज और शाक्तिशाली ओर क्षमतावान कंप्यूटर है, यह आकर में बहुत बड़े और ख़र्चीले होते है।

इनका उपयोग बढ़े संघठनो द्वारा शोध कार्य, मौसम की भविष्यवाणी, तकनीक आदि कार्यों में होता है.

भारत ने पहला सुपर कंप्यूटर PARAM-8000 सन 1991 में बनाया था।

परम कंप्यूटर को भारत सरकार की एक संस्था C-DAC ने विकसित किया था।भारत के सबसे तेज सुपर कंप्यूटर में mihir ओर Pratyush है।

आधुनिक कम्प्यूटर (Modern Computers)

Smartphones 

आजकल उपयोग किये जाने बाले मोबाइल फ़ोन्स भी कंप्यूटर का ही एक रूप है।

इनके द्वारा हम गेम खेल सकते है , डॉक्युमेंट फ़ाइल बना सकते है , कैलकुलेशन कर सकते है, डेटा मैनेज आदि कई सारे काम हम स्मार्टफोन्स में कर सकते है।

Wearables

Wearables का मतलब होता है जो पहने योग्य हो अर्थात ऐसे उपकरण जिन्हे शरीर के किसी अंग विशेष पर पहना जा सके खासकर हाथ में.

ये किसी एक विशेष कार्य के लिए बनाए जाते है जैसे – Smart watches, fitness tracker आदि wearables computer है।

Game Console

गेम कंसोल एक विशेष प्रकार का कंप्यूटर होता है जिसका उपयोग tv पर वीडियो गेम खेलने के लिए उपयोग किया जाता है।

जैसे की – play station, Xbox आदि।

Tvs

हम TV को भी computer की क्षेणि में ले सकते है क्योंकि हम आजकल TV के द्वारा ऑनलाइन प्रोडक्ट परचेस कर सकते है , लाइव streaming कर सकते है।

5. कंप्यूटर की सीमाये

बुद्धिमता की कमी (Lack of Intelligence) –

computer एक मशीन है जो मनुष्य के ऊपर depend होता है, ये मनुष्य जितना inteligent नही होता है।

कंप्यूटर मनुष्य द्वारा दिये हुये निर्देशो के द्वारा ही काम करता है, कंप्यूटर अपनी मर्जी से कोई भी काम नही कर सकता है।

हालांकि अभी के टाइम Artificial inteligency के द्वारा कंप्यूटर स्वतः ही काम कर सकता है robot एक अच्छा उदारण है हमारे पास।

सामान्य बोध की कमी (Lack of Common Sense) –

हमे पता है की कंप्यूटर अपने हिसाब से कुछ गलत सही नही कर सकता है, वह user पर depend होता है ।

किंतु इसके अलाबा भी अगर user गलत instrucation दे देता है तो कंप्यूटर बोध नही होता है।

जैसे की सीमा एक लड़की है अगर कंप्यूटर को नही बताया जाए तो कंप्यूटर by default लड़का ले लेता है।

विद्युत पर निर्भरता (Dependence on electricity) – 

कंप्यूटर विद्युत पर निर्भर होता है बिना electricity के कंप्यूटर काम नही कर सकता है, बिना electiricity के बिना कंप्यूटर एक धातु के डिब्बे के समान है।

अपग्रेड और अपडेट (Upgrade and Update) – 

कंप्यूटर एक ऐसी मशीन है जिसे समय-समय पर अपग्रेड और अपडेट करना पड़ता है, वरना ये काम करना बंद कर देती है।

वायरस से खतरा (Virus threat)

Computer को हमेशा virus का ख़तरा बना रहता है, अगर एक बार virus आ गया तो ये operating system के साथ सुरक्षित फ़ाइल को भी damage कर देता है।

6. कंप्यूटर की विशेषताएं

बेसे तो computer की अनगिनत बिशेताये है पर हम कुछ महत्वपूर्ण बिशेतायो की चर्चा करेंगे जो इस प्रकार से है –

1. Speed (गति)

जहा हम एक छोटी सी calculation के लिए कई minute लगाते है।

वही कंप्यूटर कुछ सेकंड या फीर यू कहे कि मिनी या माइक्रो सेकंड में वही कैलकुलेशन सॉल्व करके दे देता है बो भी accuracy के साथ।

computer को गति प्रोसेसर से प्रदान होती है और कंप्यूटर की गति को हटर्ज़ में मापा जाता है।

कंप्यूटर की कार्य करने की तीब्रता प्रतिसेकंड, प्रति मिलिसेकंड, प्रति माइक्रोसैकेण्ड, और प्रति नेनोसेकंड इत्यादि में आंकी जाती है।

2. Accuracy (सटीकता)

Computer हमेशा accurate (सटीक) उत्तर देता है, क्योंकि कंप्यूटर अपनी मर्जी से कुछ भी कार्य संपन्न नही करता है।

अगर कभी कंप्यूटर एक्यूरेट उत्तर नही दे रहा है तो कही न कही मानव द्वारा दिये गये प्रोग्राम में कही त्रुटि हो रही है।

3. Automation (स्वचलित)

Computer को एक बार निर्देश देने के बाद वह स्वचलित चलता रहता है जब तक की वह कार्य पूर्ण नही हो जाता है।

उदारहण के तौर पर कंप्यूटर से प्रिंटर से 100 पेज प्रिंट करने का निर्देश देने पर वह जब तक नही रुकेगा जब तक की 100 पेज प्रिंट न हो जाये।

यह सभी कार्य करने के लिए कंप्यूटर को निर्देश मिलते है कंप्यूटर उन्ही के आधार पर कार्य करता है।

यह कार्य करने के लिए कंप्यूटर को प्रोग्राम/सॉफ्टवेयर के द्वारा निर्देश मिलते है, अलग-अलग कार्य को करने के लिए अलग-अलग सॉफ्टवेयर होते है।

4. Parmanent storage (भंडारण क्षमता)

Computer में प्रयुक्त मेमोरी को डेटा, निर्देशो, और सूचनायो के स्थायी रूप से भंडारण के लिए प्रयोग में किये जाता है।

चूंकि डेटा, निर्देशो, ओर सूचनायो को इलेक्ट्रॉनिक तरीको से संग्रहित कीया जा सके अतः इससे सूचनायो के समाप्त होने की सम्भानाये न रहे।

5. Large storage capacity (विशाल संग्रहण क्षमता)

computer में storage को आंतरिक (internal) और वाह्य (external) दोनों प्रकार से कर सकते है।

हार्ड डिस्क, फ्लॉपी डिस्क, मैग्नेटिक टेप,सीडी राॅम, pendrive आदि चीजो के द्वारा हम असीमित data.

और सूचनयो का संग्रहण कर सकते है, computer की भंडारण क्षमता बहुत अधिक होती है।

6. Fast retrieval (सूचनयो को तीव्रगति से प्राप्त करना)

कंप्यूटर में अर्जित सूचनायो औऱ data में से जो जरूरी सूचनायो को हम प्राप्त करना चाहते है, हम कंप्यूटर की मदद से कुछ ही सेकंड में निकाल सकते है।

Computer में स्थायी रूप से लगी Ram (random access memory) यह और भी आसान काम कर देती है।

7. Quick Decision ( जल्द निर्णय लेने की क्षमता ) : 

कंप्यूटर परिस्थितियों का विश्लेषण पूर्व में दिए गए निर्देशों के आधार पर तीव्र निर्णय की लेने की क्षमता से करता है।

8. Versatility ( विविधता)

कंप्यूटर की मदद से भिन्न-भिन्न कार्य सम्पनय किये जा सकते है, आधुनिक कंप्यूटर में हम एक ही समय पर अलग-अलग कार्य कर सकते है, बिना किसी रूखा बट के ।

9. Repetition ( पुनरावृति )

कंप्यूटर की मदद से हम एक ही कार्य को एक से ज्यादा बार कर सकते है पूरी विश्वसनीयता और तीव्रता के साथ।

कंप्यूटर बिना किसी समस्या के एक ही कार्य को एक से अधिक बार कर सकता है।

10. Agility ( स्फूर्ति )

कंप्यूटर एक इलेक्ट्रॉनिक मशीन है, जो मानव के गुणों से रहित है।

यह हर कार्य को उतनी ही तेजी से करता है जितना वह अपने पहले या आखिरी कार्य को करता है।

कंप्यूटर में थकान, तनाव जैसी कोई समस्या नही होती है।

11. Secrecy ( गोपनीयता )

Password की मदद से हम computer में अपने data, सूचनयो की गोपियन्ता बनाये रख सकते है।

password पता होने पर ही कोई दूसरा ब्यक्ति हमारे data और सूचनायो को देख सकता है या बदलाब कर सकता है।

12. Uniformity of work ( एकरूपता )

कंप्यूटर में एक ही कार्य या अलग-अलग कार्य बार-बार करने के बाद भी कंप्यूटर बोर नही होता है।

ये हर बार उतनी ही गुणवत्ता के साथ कार्य करता है।

7. कंप्यूटर की लाभ और हानि

अगर हम बात करे कंप्यूटर की लाभ और हानि के बारे में तो कंप्यूटर मनुष्य द्वारा निर्मित की गई एक मशीन है जिसमे लाभ और हानि दोनों पाई जाती है।

यह इंसान के ऊपर निर्भर करता है कि वो इसका प्रयोग किस प्रकार से करते है, तो आइये जानते है कंप्यूटर के लाभ के बारे में –

Advantage of computer ( कंप्यूटर के लाभ )

1. सरलता

कंप्यूटर हमारे जीवन को सरल बना देता है ये बहुत कम समय मे करोड़ो का कैलकुलेशन चंद सेकंड में कर देता है।

2. समय की बचत

कंप्यूटर हमारे समय की बचत बहुत कर देता है चाहे फीर हमे आफिस का काम हो या फीर हम बात करे कॉलेज/स्कूल की फीस भरना हो या फीर ऑनलाइन शोपिंग करनी हो।

सभी चीजो में कंप्यूटर हमारे समय को बचाता है ओर आसानी से काम हो जाता है।

3. डेटा स्टोरज

कंप्यूटर की मदद से हम अपना डेटा सही सलामत रख सकते है, चाहे बो हमारा पर्सनल डेटा हो या कॉलेज का प्रोजेक्ट, ऑफीस का डेटा इत्यादि सब कंप्यूटर की मदद से मैनेज कर सकते है।

4. मनोरंजन का साधन

मनोरंजन आज के समय की सबसे बड़ी जरूरत है और कंप्यूटर एक ऐसी मशीन है जिसके द्वारा हम अपना मनोरंजन कर सकते है।

गेम खेलना, वीडियो देखना, सॉन्ग सुनना, आदि सब काम हम कंप्यूटर के माध्य्म से कर सकते है।

5. फ़ाइल ट्रान्सफर करना

कंप्यूटर की मदद से हम बड़ी सीबड़ी ओर छोटी सी छोटी फ़ाइल ट्रांसफर कर सकते है कंप्यूटर से कंप्यूटर और internet के द्वारा।

6. बातचीत

कंप्यूटर के द्वारा हम वीडियो कॉलिंग, वौइस् कालिंग कर सकते है ओर अपने दोस्तों और रिस्तोदारो से नजदीकियां बड़ा सकते है।

7. सस्ता यंत्र

कंप्यूटर को हम हमारी जरूरत के हिसाब से इस्तेमाल कर सकते है, कंप्यूटर अभी के दौर में बड़ा ही सस्ता और उपयोगी मशीन है।

चाहे तो हम अपनी जरूरत के हिसाब से assemble भी करबा सकते है।

Disadvantage of computer ( कंप्यूटर की हानि )

कंप्यूटर के लाभ के साथ कुछ हानिया भी है जो की लोग इसका इस्तेमाल गलत चीजो के लिए करते है।

1. समय की बर्बादी

अक्शर लोग कंप्यूटर का गलत इस्तेमाल करते है और वे बजह कंप्यूटर पर अपना समय जाया करते है।

अपने टाइम पास का जरिया कंप्यूटर को बना लेते है जो की एक गलत आदत है।

2. स्वास्थय पर नकारात्मक प्रभाव

कंप्यूटर के साथ ज्यादा समय बिताने से शरीर पर नकारात्मक प्रभाव भी पड़ता है जैसे की नजरों की दृष्टि कमजोर होना, कमर में दर्द होना जैसी कई समस्याए होती है।

3. रक्तसंचार में कमी

एक ही जगह बैठे रहने से खून का संचार ठीक से नई हो पाता है जिसके कारण से कई सारी समस्याओं का सामना करना पड़ता है।

4. गलत आदतो में पढ़ना

आजकल कंप्यूटर और internet का उपयोग सही कार्य मे कम और बुरी चीजो के लिए ज्यादा इस्तेमाल करते है, और बुरी आदतो का शिकार हो जाते है।

8. सारांश

हमने इस article में कंप्यूटर क्या है(What is Computer in Hindi) के बारे में सम्पूर्ण जानकरी दी है, आशा करता हु की ये article आपके लिए महत्वपूर्ण होगा।

अगर आपको ये article कंप्यूटर क्या है?(What is Computer in Hindi) पसंद आये तो मुझे comment करके जरूर बताये।

अगर आप social media से जुड़ी हुई चीजो के बारे में जानना चाहते हो तो click kare.